“नसीब में जो लिखा है वो मिल ही
जायेगा या रब, कुछ वो अत्ता कर जो मेरे नसीब में नहीं”
कई
मर्तबा लोगो की शिकायत रहती है है हमने वजीफा किया, दुआ की, अमल भी किया पर हमारा
काम मुकम्मल नहीं हुआ| लोगो की शिकायत होती है खुदा से की वो उनकी नहीं सुनता या
फिर की गरीब की दुआ कौन सुनता है |
इसके
लिए मैं आपको बता दू की वो खुदा ना तेरा है ना मेरा | अल्लाह पाक ने इस ख़ूबसूरत
जहां को बनाया है तो खुदा भी सबका ही होता है | बस हम ही गलती कर देते है पर वो
रहम दिल सिर्फ एक बार तौबा करने से ही हमारे सारे गुनाह को माफ़ कर देता है | वो
रहीम है, करीम है उसके यहाँ अमीर क्या और गरीब क्या वो सबकी सुनता है और सबकी हिफाज़त
करता है |
हमारे
से की गयी वो अगल़ात जिनके कारण हमारी फरियाद अल्लाहताला के पास नहीं पहुचती |
ü नमाज़ की पाबन्दी ना होना और काफिरों
के साथ रहना |
ü दुआ, वजीफा, अमल या आयत को पढ़ते
वक़्त अल्फाजो की अगल़ात |
ü आदि कई ऐसी गलतियाँ है जो हम कर
देते है और जिनके लिए तोबा भी नहीं करते |
इसके
लिए बहतर होगा की आप मशवरा ले कर करे या जिन्हें तजुर्बा है उनसे कहे की वो आपके
लिए करे |
शौहर
बीवी में मोहब्बत बढ़ाने का वज़ीफ़ा
ü “अल्लाहुम्मा जॉनी मेहबूब इन फि मिलते
ü बइहाकी या बुदुहू या बुदुहू”
ü वजीफा को करने का तरीका
ü इंशा के बाद नमाज़ अत्ता करे
ü 11 मर्तबा
दारूद पढ़े
ü मंद रेजा ज़हेल 11 मर्तबा
ü अब फिर 11 मर्तबा
दारूद पढ़े
ü अब इस वजीफा को 40 दिन
पढ़े
यह एक बेमिसाल और मुकम्मल
वजीफा है जो आपके रिश्ते में शक्कर की सी मिठास घोल देगा |
यक़ीनन यह वजीफा आजमाया हुआ
है |
Note 1:- कोई भी दुआ या वजीफा करने से पहले बिस्मिल्लाह जरुर कहे |
पाक कुरान-ए-शरीफ में भी 113 मर्तबा सुरह से पहले बिस्मिल्लाह का ज़िक्र है |
Note 2:- काफिरों से इसका ज़िक्र ना करे क्योंकि काफिरों से इल्म की
बात करना इल्म की तौहीन है |
Note 3: - यह वजीफा आपके
रिश्तों के साथ साथ आपके खोये हुए प्यार से मिलवाने में कारगर साबित हुआ है | मतलब
जिनका महबूब उनसे दूर हो गया उन्होंने भी इस वजीफा की बदौलत ही अपनी मोहब्बत को
पाया है और उनसे निकाह मुकम्मल किया है |
Note 4: - वजीफा में दिए गए अल्फाज़ों को सही से पढ़े तभी ये कारगर है
क्योंकि आप गलत हो सकते हो पर खुदा का लिखा हर अल्फ़ाज़ सर आँखों पर |
Note 5:- वजीफा करने से पहले इज़ाज़त लेनी है या वजीफा करने के बाद भी
आपको कोई मुश्किलात है या वजीफा करने पर भी फायेदा नहीं हो पा रहा है या अल्फाज़
सही नहीं बोल पा रहे या फिर कोई मशवरा लेना है तो नीचे दिए गए नंबर पर call (whatsApp) and Mail कर सकते है या फिर अन्य किसी मुश्किलात के लिए मेरी website पर आपकी हर मुश्किलात के लिए blog बने है वहा जाये |
मौलवी वाहिद अली खान
Call and WhasApp: - +91-9887410987
Mail:- astrohelpline786@gmail.com
Web address: - http://islamicduawazifa.com/