कई मर्तबा ऐसा होता है की
आप जिन्हें मोहब्बत करते है उन्हें पाना तो दूर उनका तसव्वुर तक नहीं कर पाते| हर
वक़्त आपके जहन में उनका ख्याल होता है फिर आप उन्हें पाने की कोशिश में लग जाते है
| लाख कोशिश और बहुत पैसा लगाने के बाद भी उन्हें हासिल नहीं कर पाते| फिर एक दौर
वो आता है जब आप frustrated हो जाते है|
परन्तु अब आपको इन सब
मुश्किलातों से बेवजह परेशान होने की कोई जरुरत नहीं | इस्लाम-ए-पाक की पाक
कुरान-ए-शरीफ में ऐसी कई आयत है जिनसे आपकी ये मुश्किलात जल्द ही हल हो सकती है |
खुदा ने मोहब्बत को अव्वल
दर्ज़ा दिया है और उन्ही ने मोहब्बत में आयी इन सब मुश्किलातों का हल भी दिया है |
“ALLAHUMMA JAALNEE MEHBUB IN FI MILTE
BIHAAQI YAA BUDUHOO YAA BUDUHOO”
प्यार
को पाने का वज़ीफ़ा
“अल्लाहुम्मा
जॉनी मेहबूब इन फि मिलते
बइहाकी
या बुदुहू या बुदुहू”
वजीफा
को करने का तरीका
ü इंशा के बाद नमाज़ अत्ता करे
ü 11 मर्तबा दारूद पढ़े
ü मंद रेजा ज़हेल 11 मर्तबा
ü अब फिर 11 मर्तबा दारूद पढ़े
ü अब इस वजीफा को 40 दिन पढ़े
वजीफा करते वक़्त अपने महबूब का तसव्वुर अपने जहन में
रखे और वजीफा को सही से पढ़े |
यह वजीफा कारगर और आजमाया हुआ है बस इसे सही से करना
होता है|
वजीफा करने से पहले इज़ाज़त जरुर ले |
इज़ाज़त के लिए जाये
मौलवी वाहिद अली खान
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